गरीबी से अमिरी तक
आज की कहानी बहुत ही प्रेरणा दायक हैं | मैंने देखा हैं कि हर व्यक्ति अमीर बनना चाहता हैं |
लेकिन , उनको सही मार्गदर्शन नही मिल पाने की वजह से गरीबी से अमिरी तक 99% लोग असफल हो जाते हैं |
मेरी ये कहानी एक ऐसे ही व्यक्ति से जुडी हैं |
एक लड़का था जिसके माता-पिता युद्ध में मारे गये थे |
इस समय उसकी उम्र केवल आठ साल थी |
ओर उसकी एक छोटी बहन भी थी |
उसके चाचा-चाची ने उन्हें घर ओर जमीन से बहर निकल दिया था |
अब वह दोनों भाई-बहन अनाथ हो गये थे | ओर खाने के लिए भी तरसते थे |
विश्वास की शक्ति
लेकिन उस लडके ने कभी भीख नही मांगी वह एक-दो दिन तक भूखा रहा |
ओर जब उसकी बहन ने खाने के लिए लोगो से माँगा तो उसने मना कर दिया |
क्योकि उनके माता-पिता ने उन्हें मागना नही देना सिखाया था | ओर अब उसने काम करना शुरू कर दिया |
वह दिन भर मेहनत करता था ओर रात में पढाई करता था | ओर साथ में अपनी बहन को भी पढ़ता था|
उसने कभी भी किसी के आगे हाथ नही फेलाए ओर वह सच्चाई ओर ईमानदारी से आगे बढ़ता रहा |
असली सघर्ष का फल
उसने अपने जीवन में बहुत परेशानियों का सामना किया | लेकिन हार नही मानी धीरे धीरे 10 साल बीत गये |
वह एक घर खरीद चूका था उसके विश्वास ओर लगन ने उसे कदम कदम पे शक्ति दी |
वह कपड़े के व्यापर में एक बहुत अच्छे मुकाम पे आ गया था |
ओर अब वह अगले 5 सालो में अपनी शहर के सबसे अमीर लोगो की सूची में सबसे उपर था |
ओर दूसरी तरफ उसकी बहन जो अपनी पढाई के बलबूते पे अपनी कड़ी मेहनत ओर लगन से एक जज बन गयी थी |
इतना ही नही उन दोनों भाई-बहनों ने बहुत सारे स्कूल ओर अस्पतालों का निर्माण भी कराया |
जिससे की गरीब लोग उनका लाभ उठा सके ओर उन्होंने केवल अपने ही नही अपने शहर के लोगो के भी सपनों को भी पूरा किया |
अगर इन्सान ठान ले तो बहुत कुछ हासिल कर सकता हैं | बस ईमानदारी ओर लगन से मेहनत जरुरी हैं |